31/05/2013 'सलवा जुडूम' नेताओं को मौत का फरमान
रायपुर।। छत्तीसगढ़ के सुकमा में कांग्रेस काफिले में हमले के बाद नक्सली अपनी दहशत को कम नहीं होने देना चाहते हैं। 25 मई को दरभा घाटी में नक्सलियों द्वारा हमला कर कांग्रेस के नेताओं सहित 30 लोगों की निर्मम हत्या कर गई थी। अभी यह मामला शांत नहीं हुआ है कि फिर से नक्सलियों ने सुकमा कलेक्टर के नाम पत्र जारी कर सलव जुडूम के नेताओं को जान से मारने की धमकी दी है। बाकायदा सलवा जुडूम नेताओं और पुलिस के मददगारों का नाम भी नक्सलियों ने पत्र में उल्लेख किया है।
नक्सलियों के दरभा डिविजनल कमिटी ने बस्तर में तैनात सीआरपीएफ को हटाने की मांग की है और उनके खिलाफ चल रहे ऑपरेशन ग्रीन हंट को बंद करने को कहा है। इसी तरह राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास यात्रा और कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को बंद करने की चेतावनी दी है।
नक्सलियों के जेल में बंद साथियों को भी रिहा करने की मांग दरभा कमेटी ने पत्र में किया है। पत्र में नक्सलियों ने सलवा जुडूम नेता राम भगत कुशवाहा, सोयम मुका, बोडु रामा, पी विजय, कोर्रसा संतु, राजेन्द्र वर्मा, जोगा, बलवंत, दुब्बा होड़ा का आमता मांझी, पदामनंदा, रामेश्वर तापडिय़ा, मनोज यादव, विनोद तिवारी, उमेश सिंह, पुलिस के मददगार दीपक चौहान, ठेकेदार अली, प्रमोद राठौर पर गंभीर आरोप लगाते हुए जान से मारने की धमकी दी है। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की दरभा घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा से लौट रहे नेताओं के काफिले पर नक्सली हमला के मामले में लगभग 200 नक्सलियों के खिलाफ दरभा थाने में मामला दर्ज किया गया। इसमें गणेश उइके, गुड्स उसेंडी, रमन्ना, सुमित्रा और पांडू सहित लगभग 60 महिला नक्सली भी शामिल हैं।
वहीं, गुरुवार शाम रिपोर्टरों से बातचीत में गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, वह नक्सल समस्या की गंभीरता को जानते हैं। जो राजनेता नक्सल प्रभावित राज्यों में सक्रिय हैं उन्हें सरकार पूरी सुरक्षा देगी। गृहमंत्री ने यह भी कहा कि हमें इस बात की जानकारी है कि नक्सली अब शहरी इलाकों में हमले कर सकते हैं।
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