द्विपक्षीय रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर जापान पहुंचे सिंह ने कहा कि भारत-जापान को एशिया में स्थिरता और शांति के लिए एक स्वाभाविक एवं अपरिहार्य भागीदार के तौर पर देखता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान के साथ भारत के रिश्ते न केवल हमारे आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इसलिए भी यह खास हैं क्योंकि हम जापान को, प्रशांत महासागर और हिंद महासागर से जुड़े एशिया में शांति एवं स्थिरता के लिए स्वाभाविक एवं अपरिहार्य सहयोगी के तौर पर देखते हैं। सिंह ने कहा कि जापान के साथ हमारे रिश्ते हमारी पूर्व की ओर देखो नीति में खास जगह रखते हैं।
प्रधानमंत्री शिन्जो एबे के साथ बैठक से पहले, अपनी पत्नी गुरशरण कौर के साथ जापान के सम्राट से शाही भवन में दोपहर के भोज पर मिले। इस क्षेत्र में भारत और जापान को बड़ी ताकतों में शामिल बताते हुए सिंह ने कहा कि शांति, स्थिरता तथा सहयोग का माहौल बनाना तथा सुरक्षा और समृद्धि के लिए एक आधार तैयार करना हमारी जिम्मेदारी है।