डॉक्टर देविंदर कों अनिश्चितकाल के लिए यौन अपराधियों की लिस्ट में शामिल किया गया है। उसके डिजिटल रिकॉर्डिग करने वाली कोई भी चीज खरीदने पर रोक लगा दी गई है। 1993 में मंगलौर विश्वविद्यालय से डॉक्टरी करने के बाद बैंस 2007 से यूके में जनरल प्रेक्टिशनर के तौर पर काम कर रहा था। दोषी पाए जाने के बाद बैंस को वहां की जनरल मेडिकल कॉउंसिल ने भी सस्पेंड कर दिया है। बैंस की काली करतूत का खुलासा तब हुआ,जब एक महिला को शक हुआ कि चेकअप के दौरान डॉक्टर उसकी वीडियो रिकॉर्डिग कर रहा है।
साउथ-वेस्ट इंग्लैंड के रॉयल बुटन बैसेट में जनरल प्रेक्टिशनर के तौर पर काम करने वाले 45 साल के बैंस ने स्विंडन क्राउन कोर्ट में सेक्स क्राइम की बात मान ली। बैंस ने अदालत में माना है कि उसने 14 साल की बच्ची से लेकर 45 साल की महिलाओं के अश्लील वीडियो बनाए थे। सजा सुनाते हुए जस्टिस डगल फील्ड ने कहा है-ष्आपने बहुत ही दर्दनाक तरीके से मरीज और डॉक्टर के बीच के रिश्ते को तोड़ा है।
लंदन में पिछले दो सालों में यह दूसरी घटना है जब भारतीय मूल के किसी डॉक्टर को इस तरह के अपराध में सजा हुई है। इससे पहले 2011 में भारतीय मूल के एक डॉक्टर को महिला के बाथरूम में स्पाई कैमरा लगाने के आरोप में सजा हुई थी।
जांच अधिकारियों ने जेम्स बॉंड मूवी में इस्तेमाल की गई स्पाई रिस्टवॉच की तरह की एक घड़ी और 360 से अधिक अश्लील क्लिपिंग्स बैंस से बरामद की। ये सभी वीडियो उस समय शूट किए गए थे,जब वह महिला मरीज का परीक्षण या सर्जरी करता था। इन वीडियो को जुलाई 2009 से जून 2012 के बीच शूट किया गया था।
बैंस का बचाव कर रहे वकील ने कहा कि उनका मुवक्किल अपनी करतूतों के लिए शर्मिदा हैं। सेक्सुअल अक्षमता की वजह से उनकी शादी टूट गई थी और वह गलत दवा ले रहे थे जिसकी वजह से उन्होंने यह अपराध किया।