16/05/2013 संजय दत्त का टाडा अदालत के समक्ष समर्पण
बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने आज यहां टाडा अदालत के समक्ष समर्पण कर दिया। वह 1993 के मुम्बई बम विस्फोटों के मामले में शस्त्र अधिनियम के तहत साढ़े तीन साल की अपनी शेष सजा काटेंगे। अदालत ने संजय की मांग मानते हुए उन्हें एक महीने तक घर का खाना खाने की तथा एक महीने तक गद्दा इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी। अपनी पत्नी मान्यता और फिल्म निर्माता महेश भट्ट के साथ संजय दत्त अदालत पहुंचे। उन्होंने अपने माथे पर लाल रंग का तिलक लगा रखा था। दत्त के अदालत पहुंचते ही उनके समर्पण की औपचारिकताएं शुरू हो गईं। अदालत ने दत्त की पहचान के लिए प्रक्रिया शुरू की। उनकी दोषसिद्धि को हाल में उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा था। सफेद कुर्ता और जीन्स पहने दत्त ने बांद्रा के पाली हिल स्थित इंपीरियल हाइट्स इमारत के बाहर अपनी कार में बैठने से पहले हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन किया। दत्त का वाहन जैसे ही अदालत के नजदीक पहुंचा, प्रेस फोटोग्राफरों सहित लोगों ने इसे घेर लिया।
पहले भट्ट कार से बाहर निकले और हाथ जोड़कर मीडियाकर्मियों से हट जाने का आग्रह किया, ताकि संजय दत्त अदालत पहुंच सकें। दत्त के अनेक प्रशंसक अदालत के बाहर बड़ी बेसब्री से उनका इंतजार कर रहे थे। पुलिस ने संजय दत्त को मिली जान से मारने की धमकी के मद्देनजर अदालत परिसर तथा अभिनेता के बांद्रा स्थित घर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे। अभिनेता ने टाडा अदालत से पूर्व में कहा था कि उन्हें कट्टरपंथी समूहों से जान का खतरा है, वहीं आर्थर रोड केंद्रीय कारागार के अधिकारियों को कुछ दिन पहले मिले अनाम पत्र में कहा गया है कि यदि दत्त को वहां रखा जाता है तो उसे नुकसान पहुंचाया जाएगा। उच्चतम न्यायालय ने 21 मार्च के अपने फैसले में अवैध हथियार रखने के लिए 53 वर्षीय संजय दत्त को पांच साल कैद की सजा सुनाई थी। शीर्ष अदालत ने 14 मई को उन्हें समर्पण के लिए और वक्त देने से इनकार कर दिया था। न्यायालय ने 10 मई को संजय दत्त की उस याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने अपनी दोषसिद्धि तथा पांच साल कैद की सजा के फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह किया था। अदालत ने आत्मसमर्पण की जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद संजय दत्त को हिरासत में ले लिया। इससे पहले संजय दत्त दो बजकर 50 मिनट पर अदालत पहुंचे। उनके साथ उनकी पत्नी मान्यता एवं दोस्त महेश भट्ट के अलावा बहन एवं सांसद प्रिया, बहनोई ओवेन रोनकोन भी थे। संजय दत्त निराश और विचलित जान पड़ रहे थे। तब वह बेहद परेशान थे और उनकी आंखें डबडबायी सी लग रही थीं जब उनके वकील रिजवान मर्चेंट ने अदालत से कहा कि बाहर संजय दत्त को लोगों ने घेर लिया था। अदालत में प्रवेश करने के बाद उन्होंने न्यायाधीश जीए सनाप का झुककर अभिवादन किया। सनाप ने उनसे उनका नाम पूछा, इस पर उन्होंने जवाब दिया, संजय सुनील दत्त। जब न्यायाधीश ने उनसे पूछा कि आप कितने दिन जेल में रहे, तब उन्होंने कहा, ''जेल में 551 दिन रहा श्रीमान। न्यायाधीश ने तब उन्हें पिछली पंक्ति में बैठ जाने को कहा। मान्यता उनके बगल में बैठ गयी और उनका हाथ पकड़ लिया। प्रिया और ओवन भी उनके साथ बेंच पर बैठ गए। संजय दत्त के वकील ने अदालत से अपने मुवक्किल के लिए पंखा, दवाएं, एक पतला गद्दा, घर का बना खाना और इलेक्ट्रोनिक सिगरेट जैसी कुछ सुविधाओं की अनुमति देने की मांग की। रिजवान ने कहा कि संजय दत्त लगातार ध्रूमपान करने वाले व्यक्ति हैं और वह इस लत से छुटकारे के लिए इलेक्ट्रोनिक सिगरेट का सेवन करना चाहते हैं। वकील ने न्यायाधीश से यह भी अपील की कि संजय दत्त के परिवार के सदस्यों को जेल में उनसे लगातार मिलने की अनुमति दी जाए। उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि जेल में अभिनेता से कठोर काम नहीं कराया जाए। न्यायाधीश ने संजय दत्त से कहा कि वह इलेक्ट्रोनिक सिगरेट को छोड़कर उनके सारे अनुरोध को मान रहे हैं। उन्होंने उन्हें ध्रूमपान छोड़ देने की सलाह दी।
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