मुंबई में दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा सुबह तीन खिलाड़ियों की गिरफ्तारी से मौजूदा आईपीएल टूर्नामेंट पर संदेह के बादल छा गये हैं और बीसीसीआई ने इन खिलाड़ियों को प्रतिबंधित कर दिया है। दिल्ली लाये गये खिलाड़ियों और सट्टेबाजों पर धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120 (बी) (आपराधिक साजिश) का मामला दर्ज किया है। लेकिन उन्हे मकोका के तहत भी आरोपित किये जाने की आशंका है, जो गैर जमानती अपराध है। ऐसे मामलों में डीसीपी स्तर के अधिकारी के समक्ष दिया गया बयान अदालत में मान्य होगा।
कुमार ने वार्तालापों का विस्तृत ब्यौरा दिया जो सट्टेबाजों और गिरफ्तार किये गये राजस्थान रायल्स के खिलाड़ियों श्रीसंत और स्पिनर अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला के बीच हुई थी। कुमार ने सट्टेबाजों और क्रिकेटरों द्वारा अपनायी गयी कार्यप्रणाली का भी सनसनीखेज खुलासा किया, जिसमें उन्होंने फिक्स किये गये तीन आईपीएल मैचों के आडियो वीडियो सबूत भी पेश किये।उन्होंने खुलासा किया कि कैसे सट्टेबाजों ने पकड़े गये खिलाड़ियों को विशेष कोड दिये जिनका उन्होंने मैचों के दौरान चुने हुए ओवरों में इस्तेमाल किया।कुमार ने कहा, कुछ ओवरों में उन्हें :खिलाड़ियों: कुछ निश्चित रन ही देने थे। सट्टेबाजों ने खिलाड़ियों को निर्देश दिये कि उन्हें संकेत देना होगा कि वे इतने रन देंगे।
उन्होंने खिलाड़ियों द्वारा सट्टेबाजों के निर्देशों पर अपनी सहमति दिखाने के लिये इस्तेमाल किये गये संकेतों का खुलासा करते हुए कहा, निर्देश थे कि अपनी पैंट में तौलिया डालो या फील्ड सजाने में समय लो या पहनी हुई शर्ट या बनियान बाहर निकालो। कुमार ने राजस्थान रायल्स के तीन मुकाबलों पांच, नौ और 15 मई को क्रमश: पुणे वारियर्स, किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियंस के खिलाफ हुए मैचों के सबूत दिये जिसमें स्पाट फिक्सिंग की गयी थी।