वहीं कुछ राष्ट्रवादी संगठनों ने तूफान के नाम महासेन पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि महासेन सिंहाला राजा थे, जो देश में सुख और समृद्धि लाए थे। आपदा प्रबंधन केंद्र डीएमसी, के मुताबिक कम से कम 8 लोगों की तूफान की चपेट में आने से मौत हो गई है।
वहीं 3 लोग लापता हो गए हैं। डीएमसी के प्रवक्ता लाल सरथ कुमार ने बताया कि तूफान की चपेट में आए लोगों के लिए चार विस्थापित शिविर बनाए गए हैं। कोलंबो मौसम विभाग के जीवन करुणारत्ने ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में बने चक्रवाती तूफान की गति अब धीमी पड़ गई है और यह जाफना के उत्तर पूर्व में 750 किलोमीटर की दूरी पर है।
पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की चेतावनी भी जारी की गई है। यहां कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि मौसम की चेतावनी की अनदेखी करने वाली करीब 60 नौकाओं को पूर्वी तट से बचाया गया। इस बीच आपदा प्रबंधन मंत्री महिंद्रा अमरवीरा ने अधिकारियों को तूफान को श्महासेनश् नहीं कहने की सूचना जारी कर दी है।