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08/05/2013   आपकी पृष्ठभूमि क्या है ?
मैंने कैलिर्फोनिया में रहते हुए पेपल के इंजीनियरिंग डिपार्मेंट में उनके डेटा वेयर हाउसिंग ग्रुप के प्रमुख के रूप में कार्य किया । मैं 2004 में भारत वापस आ गई और अपनी जन्मभूमि के लिए काम करने शुरू कर दिया । शुरू में मैंने क्षेत्र की साफ-सफाई की ओर ध्यान दिया और मैंने एमसीडी कमिशनर श्री के एस मेहरा की जनहितैषी परामर्शदाता के रूप में काम किया । मैं हमारे अधिकारियों और उच्च स्तर पर बैठे राजनैतिक लोगों की सुस्ती देखकर निराश हो गई । मैंने यह निर्णय किया कि अगर मुझे काम करके दिखाने है तो मुझे स्थानीय निवासियों की ताकत का इस्तेमाल करना पडेगा।

ेींकवू बवनदबपससवत क्या होता है और मैं ेींकवू बवनदबपससवत  क्यों बनी हूं  ? 

एक अच्छा बवनदबपससवत  विकास पर  ध्यान नहीं दे पाता क्योंकि  उसका ज्यादातर समय कई प्रकार के रोजमर्रा के काम में  बीत जाता है ।   ेींकवू बवनदबपससवत  अपने श्रेत्र के निवासियों के टीम के साथ मिलकर पूरी तरह से  विकास पर ध्यान दे सकता है क्योंकि उसके लिए रोजमर्रा के काम जरूरी नहीं होते हैं । श्रीमती और श्री शिरसा ने मुझे  ेींकवू बवनदबपससवत बनाया है क्योंकि वे वार्ड नं0 103 का पूरी तरह से विकास करना चाहते हैं ।




वार्ड नं0 103 ही क्यों ?
मैं दिल्ली में 28 निगम पार्षदों से मिल चुकी थी,  उनमें से सभी अपने-अपने वार्डों में  सिस्टेमेटिक विकास के  इच्छुक नहीं है । उन सबको ऐसा लगता है कि उनका वार्ड तो बहुत अच्छा है किन्तु पडोंसी वार्ड को मदद की जरूरत है । मैं  ऐसे निगम पार्षद की तलाश में थी जो नतीजों में विश्वास रखता ध्रखती हो । यह खोज करते-करते मैं श्री सिरसा से मिली और आज आपके बीच में उपस्थित हूं । मैं इस वार्ड में नहीं रहती और न ही यहां मेरा कोई घरध् सम्पति हैं । मेरा कोई राजनितिक गठबंधन भी नहीं  हैं।  और नहीं कोई महत्वकांक्षा है । मुझे पर तो केवल दिल्ली का कायापलट का जूनून सवार हैं। मैं दिल्ली को ऐसा देखना चाहती हूं  जैसा  विश्व के दूसरे सर्वश्रेष्ठ शहर हैं। । मेरे लिए तो यह काम तब तक नहीं हो सकता जब तक  हम कम से कम एक वार्ड को बदल कर न रख दें। दूसरे देशों ने  जो किया है,  वह हम भी कर सकते हैं। 

हमारा लक्ष्य ?
हम यह चाहते हैं कि हमारा वार्ड भौतिक दृष्टि से तथा सामाजिक-आर्थिक मानदंडों के हिसाब से  दिल्ली का सबसे अच्छा वार्ड बने दूसरे शब्दों में, हमारा लक्ष्य यह है कि हमारा वार्ड विकसित देशों  के मानदंडों के आधार पर बन सके । अगर हम अपने लक्ष्य को और बड़ा करके देखें तो हमें यह देखना होगा कि इस वार्ड में गरीबी, कुपोषणता, सुरक्षा, कूडा-कचरा,गन्दगी, और पार्किंग आदि की समस्याओं से निजात मिले । यह एक बहुत बड़ा और महत्वकांक्षी लक्ष्य है । और लोगों को साथ लेकर चले  बिना  इस लक्ष्य  को प्राप्त नहीं किया जा सकता ।  इस लक्ष्य को  प्राप्त करने के लिए हमें सभी को एक साथ और एक ही दिशा में आगे बढ़ना होगा ।  



मुझे इस वार्ड से क्या चाहिए ?
ेींकवू बवनदबपससवत के रूप में मेरे प्रयास तब तक सफल नही होंगे जब तक कि  काम में यहां के निवासियों की भागीदारी पूरी तरह से नहीं होगी । मैं जानती हूं कि बहुत से निवासी अपने-अपने कामों में व्यस्त  हैं।  परन्तु  फिर भी, हर  व्यक्ति समाज की सेवा करने के लिए एक महीने में कम से कम 10 मिनट तो निकाल ही  सकता हैं ।  कुछ लोगों में काफी लगन और योग्यता होती है  और वे भी सक्रिय रूप से काम करने के लिए समय निकाल  लेंगे ।  अगर हमारे पास 4000हजार स्वयंसेवक हों और हर स्वयंसेवक एक महीने में दो घन्टे निकाल पाये तो  हमारे पास स्वैच्छक प्रयास के 8000 घन्टे हो जाएंगे । इससे हम बहुत बड़ा करिश्मा करके दिखा सकते हैं ।  तब तो हमारे पास इतने घन्टे होंगे कि हमारे सामने यह चुनौती होगी कि उन घन्टों का अच्छी तरह से कैसे इस्तेमाल करें । यह स्वेच्छा दो तरीकों से उत्पन्न होगी । इस पर्चे में जो संदेश दिया गया है उसे पूरे वार्ड मैं पहुंचाने की जरूरत  है और जो लोग स्वेच्छा से कार्य नहीं कर सकते वे  इस  प्रयास का समर्थन कर सकते हैं ।

इससे वार्ड के निवासियों को क्या लाभ होगा ?

ज्यादातर लोग अपना लाभ देखकर आगे आते है । अगर इस वार्ड का विकास होता है  और आपका घर इस वार्ड में है तो आपकी सम्पति  की कीमत बढ़ जाएगी । अगर आप गरीब हैं और यहां कोई  स्लम नहीं है और आपके पास अपनी आय आमदनी बढ़ाने  का  कोई अवसर नहीं है तो  भी आपका लाभ होगा । हो सकता है, आपको अच्छे रहन-सहन के लिए  ज्यादा खर्चा करना पड़ेगा।  और  अगर आप मध्यम वर्ग में आते हैं, जैसा  कि हम और आप अधिकतर इसी वर्ग में आते हैं तो  आपको और आपसे बढ़कर आपके बच्चों को लाभ होगा क्योंकि उन्हें अच्छी सुरक्षा, अच्छे पार्क मिलेंगे और पार्किंग समस्या से मुक्ति मिलेगी,और सबसे बढ़कर  आपके मन में यह भावना आएगी कि हम दिल्ली के सबसे अच्छे वार्ड में रह रहें  हैं ।



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