एनआईए के मुताबिक शुक्रवार को देश के अलग अलग हिस्सों से इन 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये गैंग पाकिस्तान में छपे नकली नोटों को बांटने का काम करता था। एनआईए हैदराबाद की टीम ने बीएसएफ और पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से 23 साल के मॉर्गेन हुसैन नाम के शख्स को मालदा से गिरफ्तार किया था। मॉर्गेन के पास से करीब 27,000 रुपए के नकली नोट बरामद किए गए थे।एनआईए के मुताबिक मॉर्गेन से मिले सुराग के आधार पर चेन्नई, मालदा और हैदराबाद में रेड मारे गए और नकली नोट चलाने वाले गैंग के 10 सदस्यों को धर दबोचा गया। एनआईए का कहना है कि यह गैंग आतंकवादी संगठन के आदेश पर देश में नकली नोटों का नेटवर्क चला रहा था। जो देश की अर्थव्यवस्था को अस्थिर करना चाहता हैं।
गैंग बड़े ही अनोखे अंदाज में देशभर में नकली नोटों का नेटवर्क चलाता था। जांच एजेंसी के मुताबिक पहले तो पाकिस्तान से नकली नोटों को हवाई रास्ते बांग्लादेश भेजा जाता था, उसके बाद सीमा से सटे भारतीय गांवों में नोट बॉर्डर के जरिए भेजे जाते। वहां से गैंग के लोग नोट इकट्ठा कर अपने एजेंट्स के जरिए देश भर में नोटों को भेजने का काम करते और इस काम के लिए गैंग और उसके एजेंट्स रेल का सहारा लेते थे।
गैंग के लोग देश के अलग शहरों में फैले स्थानीय एजेंट्स को नोट पहुंचाते थे जिसके बदले स्थानीय एजेंट्स उन्हें असली नोट देते थे। एनआईए का दावा है कि जो नोट ये एजेंट देश में चलाते थे वह हाई क्वालिटी के होते थे। गैंग एक हजार, पांच सौ और एक सौ के मूल्य के नोट को ही चलाता था।