29/03/2013 दर्शको का मनोरंजन ही हमारा मकसद है: राकेश यादव
(Parveen Arora)मेरे डैड की मारूती,पान सिंह तोमर,खोसला का घोसला और बैंड बाजा बारात जैसी कम बजट में बनी हिट फिल्मों से प्रभावित राकेश यादव भी इन दिनों तेरी चाहत में नामक हिन्दी फिल्म के निर्माण में जुटे है। बालीवुड के चर्चित निर्देशक राकेश यादव की पहली फिल्म मैं दीवाना हॅू थी। इसके बाद उन्होंने गबरू गंवारअडियल जाट,सीलिंग की फिलिंग,दिमाग की दही ,नौचंदी
का मेला,फार्म हाऊस, औरविजय भव फिल्मों के अलावा टीवी सीरियल सुरताल के साथ करो धमाल,हम है कमाल के,आशाऐं,आस और म्युजिक अलबम तडपता बा जोबना हमार, खाटू श्याम जी का मेला,कांवड भोले की,ले चल कांवड, उडे गुलाल,मेला,कुडी बिहारन,कब तक तडपईबो का निर्देशन कर चुके है।
तेरी चाहत में हास्य के अलावा देश की ज्वलंत समस्याओं पर आधारित फिल्म है
राकेश को एक्टर बनने की चाहत ने निर्माता बना दिया । ग्लैमरस की दुनियां उन्हें
हमेशा सपनों-सी लगती थी और इसी सपने के पूरा होने की उम्मीद लेकर उन्होंने
दिल्ली से मुंबई का सफर तय किया। यूं तो राकेश का बॉलीवुड का सपना साकार हो चुका
है लेकिन अभिनय की चाहत अब भी उनके अंदर जीवित है। यही वजह है कि वे अम्बिका
टीवी एंड फिल्मस प्रोडेक्षन हाउस के माध्यम से फिल्मों का निर्माण भी कर रहे
है। राकेश बताते हैं कि अम्बिका टीवी एंड फिल्मस प्रोडेक्षन हाउस ने
अनेकों फिल्में, व सीरियलों का निर्माण किया है ये सभी आम जीवन से जुडे
ज्वलंत मुद्दों मसलन सामाजिक रूप से प्रासंगिक नाटक, व्यंग्य, हास्य,
प्रेम कहानी, कल्पना को सरोकार करता है।
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