खतरे का निशान पार कर यमुना का पानी दिल्ली के निचले इलाकों में घुस गया है। यहां तक कि मैदानी इलाके भी इसकी चपेट में आ गए हैं। सबसे बुरा हाल है आईएसबीटी के आसपास का जहां से दूसरे राज्यों के लिए बसें चलती हैं। हाल ये है कि जहां से बसें चलती थीं, वहां अब नाव चल रही हैं।
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से पूर्वी जिले को मुख्य शहर से जोड़ने वाले पुराने लोहे के पुल को बंद कर दिया गया। इसकी वजह से रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ। प्रशासन के अनुसार यमुना नदी लगातार पांच दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अधिकारियों ने पानी का स्तर और बढ़ने की चेतावनी दी है।
पुल को बंद किए जाने से दिल्ली को उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाले राजमार्ग पर भारी जाम लग गया। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नदी का जलस्तर 205.92 मीटर तक पहुंच गया है और बुधवार शाम तक इसके 206.92 मीटर तक पहुंच जाने की आशंका है।
जलस्तर बढ़ने की वजह से प्रभावित लोगों के लिए उस्मानपुर, बदरपुर खदर, आईएसबीटी पुल, शकरपुर, अक्षरधाम मंदिर और ओखला में रैन बसेरे बनाए गए हैं। अधिकारी ने कहा कि हम जलस्तर पर लगातार निगरानी रख रहे हैं।