29/01/2013 डीडीए की नई हाउसिंग स्कीम इसी साल
नईदिल्ली।। दिल्ली के लोग डीडीए के फ्लैट लेने के लिए हाउसिंग स्कीम का इंतजार करते रहते हैं और चंद हजार फ्लैटों के लिए कई लाख लोग अप्लाई करते हैं। 2010 की हाउसिंग स्कीम में 16,118 फ्लैटों के लिए करीब 8 लाख लोगों ने अप्लाई किया था। लेकिन डीडीए के पास कई ऐसे फ्लैट हैं जो बरसों से खाली पड़े हैं। इनमें वसंत कुंज में एचआईजी फ्लैट तो हैं ही, द्वारका में सैकड़ों फ्लैट हैं जो कई सालों से खाली हैं और अब खराब हालत में हैं। मोतिया खान, द्वारका, रोहिणी, मुखर्जी नगर, जसौला में एचआईजी फ्लैट खाली हैं। कुछ एमआईजी और एलआईजी फ्लैट भी खाली हैं। डीडीए इस साल हाउसिंग स्कीम लाने की योजना बना रहा है। इन खाली फ्लैटों को भी स्कीम में मिल किया जाएगा।
डीडीए ने एक लिस्ट तैयार की है जिसमें 500 से ज्यादा फ्लैट हैं जो खाली हैं। इसमें वसंत कुंज में 6 एचआईजी फ्लैट, मुखर्जी नजर में 3, मोतिया खान में 4, जसौला में 12, द्वारका में 19 और रोहिणी में 7 एचआईजी फ्लैट हैं। इसके अलावा 12 एमआईजी फ्लैट हैं जिनमें 11 जहांगीरपुरी में हैं। वसंत कुंज में 10 और फ्लैट खाली हैं जिनमें 4 एलआईजी हैं। लोकनायकपुरम, नरेला, रोहिणी, कोंडली, घरौली में कई एलआईजी फ्लैट और नरेला, जसौला में जनता फ्लैट खाली हैं। ये 2008 और 2010 हाउसिंग स्कीम के फ्लैट हैं जो लोगों ने सरेंडर कर दिए थे। द्वारका में करीब 250 फ्लैट हैं जो कई सालों से खाली पड़े हैं। ये जर्जर हालत में पहुंच चुके हैं। इनके खिड़की-दरवाजे भी गायब हैं। कई फ्लैट को असामाजिक तत्व इस्तेमाल कर रहे हैं। टाउन प्लानर और डीडीए के पूर्व प्लानिंग कमिश्नर ए. के. जैन कहते हैं कि इस तरह फ्लैट खाली रहने से लोगों के साथ ही डीडीए को भी नुकसान होता है। फिटिंग चोरी हो जाती है और फ्लैट की मेंटनेंस में भी खर्च बढ़ जाता है। कोई भी फ्लैट उपलब्ध हैं उन्हें लोगों को अलॉट करना चाहिए। छह महीने से ज्यादा फ्लैट खाली नहीं रहना चाहिए। ज्यादातरएलआईजीफ्लैट डीडीए इस साल हाउसिंग स्कीम ला सकता है। इसमें ज्यादातर एलआईजी फ्लैट होंगे। डीडीए के जो फ्लैट खाली पड़े हैं उनके लिए भी इस स्कीम के तहत एप्लिकेशन मांगी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक डीडीए इस पर विचार कर रहा है। 23,000 एलआईजी फ्लैट द्वारका, रोहिणी और नरेला में बन रहे हैं। द्वारका में काम लगभग पूरा हो गया है। मार्च तक नरेला और रोहिणी में बन रहे फ्लैट भी पूरे हो जाएंगे। 19,560 ईडब्लूएस फ्लैट भी बन रहे हैं। डीडीए सूत्रों के मुताबिक विचार किया जा रहा है कि इन फ्लैटों के लिए अलग स्कीम बना दी जाए।
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