पिछले साल चार नवंबर को आजाद को आठ घटनाओं के आधार पर मानवता के खिलाफ अपराध के आठ आरोपों में आयारोपित किया गया था। इन घटनाओं में 12 निहत्थे लोग मारे गये थे जबकि फरीदपुर में दो महिलाओं से बलात्कार किया गया था।
आजाद पर एक पाकिस्तानी मेजर के साथ साठगांठ करने का आरोप है।
पंचाट ने आजाद की पेशी सुनिश्चित नहीं होने पर उसकी अनुपस्थिति में ही सुनवाई का फैसला किया था। पंचाट के सुप्रीम कोर्ट के वकील अब्दुस सुकूर खान को आजाद के बचाव पक्ष का वकील नियुक्त किया था।
इस मामले में एक महीने में गवाहों के बयान दर्ज हुए और दोनों पक्षों की जिरह हुई। अभियोजन पक्ष के 22 गवाहों में कुछ पीड़ित तथा मरने वालों के परिजन शामिल थे।