जानकारी के मुताबिक हुड्डा आईटीआई ग्राउंड में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। तभी प्रेस फटॉग्रफर्स गैलरी के पीछे बैठे युवक शक्ति सिंह ने हुड्डा को निशाना बनाकर जूता फेंका।
जूता हुड्डा से 70 फीट दूर जाकर गिरा। हुड्डा के गृह जिले रोहतक के बनियानी स्थित गांव के रहने वाले शक्ति सिंह ने जब जूता फेंककर भागने की कोशिश की, तो उसके पास बैठे लोगों ने उसे धर दबोचा। बाद में पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।
शक्ति ने पुलिस थाने में से बताया कि कुछ दिनों पहले एक प्रदर्शन के दौरान उसे गोली लग गई थी। उसने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि राज्य सरकार ने उसे मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, जिसे पूरा नहीं किया गया।
उधर, जिला पुलिस प्रमुख जगदीश नागर ने जूता फेंके जाने की घटना से इनकार किया। उन्होंने कहा कि जूता हुड्डा की ओर नहीं फेंका गया। रैली का आयोजन सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक और मुख्य संसदीय सचिव राव धान सिंह ने किया था।