दिल्ली पर मंडरा रहा है बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है। यमुना नदी खतरे के निशान से अभी काफी ऊपर बह रही है। जबकि दो दिनों से रूक रूक हो रही बारिश इस परेशानी को और बढ़ा रही है। दिल्ली में बीती रात 12 बजे तक यमुना का जलस्तर 205.08
पर पहुंच गया। यानी दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से करीब 30 सेटीमीटर ऊपर बह रही है
जबकि खतरे का निशान 204.83 मीटर का है।
प्रशासन ने पानी की रफ्तार और बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पहले ही यमुना में नाव न ले जाने की पाबंदी लगा दी है। साथ ही निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है, लेकिन ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है निचले इलाकों के किसानों को। जिनकी फसल बर्बाद हो चुकी है।
किसानों का कहना है कि ज्वार और सब्जी की फसल नष्ट हो गई। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से शनिवार को भी करीब 48 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहीं दिल्ली में बीती रात साढ़े आठ बजे तक 373.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। पिछले 15 साल में दिल्ली में अगस्त के महीने में इतनी बारिश अब तक दर्ज नहीं की गई थी। और पिछले 110 साल में सिर्फ 6 मर्तबा अगस्त में इतनी बारिश रिकॉर्ड की गई है। ऐसे में मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिन तक दिल्ली में इसी तरह भारी बारिश होने की आशंका है। इन तमाम आशंकाओं को देखते हुए प्रशासन की तरफ से इंतजाम किए गए हैं। एनडीआरएफ और गोताखोरों की कई टीमें तैनात है। एनडीआरएफ की हर टीम में 28 सदस्य हैं। हर टीम के पास बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए 8 नाव हैं।
मालूम हो कि दिल्ली के निचले इलाकों में रहने वालों को फिलहाल राहत नहीं है। वहीं दूसरी तरफ सवा महीने बाद होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर चल रहे कंस्ट्रक्शन वर्क पर भी काफी असर पड़ सकता है।