21/08/2010 भाखड़ा बांध से पानी छोड़ा, पंजाब में बाढ़ का खतरा
भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने शनिवार सुबह भाखड़ा बांध से 55,000 क्यूसेक पानी छोड़ने का काम शुरू कर दिया है। पंजाब की सीमा से लगे पड़ोसी हिमाचल प्रदेश में स्थित 225 मीटर ऊंचे बांध से पानी छोड़ने के कारण रोपड़ और अन्य जिलों में सतलुज के निचले बहाव क्षेत्र में बाढ़ आ सकती है।
आजादी के बाद सतलुज नदी पर बने भाखड़ा बांध को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के आधुनिक भारत का मंदिर कहा था। पंजाब सिंचाई विभाग के मुख्य इंजीनियर अमरजीत सिंह दुलत ने कहा कि पंजाब में तत्काल बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। जलस्तर के 1,680 फीट होने तक सावधानी बरती जाएगी। शनिवार को जलस्तर 1,670.53 फीट था। आज दिन में करीब 36,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।
दुलत ने कहा, ''यदि भाखड़ा बांध के जलग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश जारी रही तो हम बाढ़ के दरवाजों को खोलेंगे। तब पंजाब में बाढ़ का खतरा हो सकता है।'' सतलुज, ब्यास और रावी नदियां पंजाब से होकर बहती हैं और हिमाचल प्रदेश में इनके जलग्रहण क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश से इनका जलस्तर बढ़ गया है।
जिन जिलों से होकर ये नदियां बहती हैं, वहां के प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बाढ़ से निपटने के उपाय शुरू कर दिए हैं।
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