किताब के अनुसार केनेडी ने यह टिप्पणी व्हाइट हाउस में अपने रक्षामंत्री रॉबर्ट मैकनमारा और ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जनरल मैक्सवेल डेवेनपोर्ट �मैक्स� टेलर के साथ एक बैठक में की थी।
इस किताब में केनेडी की बातचीत और व्हाइट हाउस में बैठकों के चुनिंदा ऑडियो रिकॉर्डिंग शामिल किए गए हैं। किताब के हिसाब से केनेडी चीन के हमले से भारत को सुरक्षित करने के प्रति संकल्पबद्ध प्रतीत दिखते हैं। वे कहते हैं कि अमेरिका ऐसा होने की इजाजत नहीं दे सकता।
मैकनमारा कहते हैं कि ऐसा करते हुए अमेरिका संभवत: चीन के खिलाफ परमाणु हथियारों तक का उपयोग कर सकता है। जब केनेडी ये टिप्पणियां कर रहे थे, जनरल टेलर ने बीच में अमेरिकी राष्ट्रपति को टोका और कहा कि भारत से पहले अमेरिका को चीन के खिलाफ एक व्यापक नीति विकसित करनी चाहिए।
टेलर ने कहा कि श्रीमान राष्ट्रपति, मैं उम्मीद करता हूं कि इससे पहले कि हम भारत के सवाल पर बहुत गहराई में जाएं, हमें इस पर एक व्यापक गौर करना चाहिए कि हम कहां हैं। मनचूरिया से लेकर अस्पष्ट तक समूचे रास्ते में लाल चीन के खिलाफ हम क्या रुख अपना रहे हैं। इस समग्र समस्या का यह महज एक अपूर्व पहलू है कि अगले दशक में हम लाल चीन से राजनीतिक और सैन्य रूप से कैसे निबटें।
गोपनीय ऑडियो रिकॉर्डिंग के मजमून के अनुसार केनेडी ने जवाब दिया कि ऐसा प्रतीत होता है कि भारत एकमात्र जगह है, जहां हमारे पास वास्तव में यह करने के लिए मानव संसाधन है।
टेलर ने कहा कि अगर लाल चीन एशिया के किसी हिस्से में घुसा और हमारे साथ प्रतियोगिता की तो मैं इस विचार से नफरत करूंगा कि हम इससे किसी गैर-परमाणु युद्ध जंग में सरजमीं पर संघर्ष करेंगे। केनेडी ने कहा कि अगर चीन को यह जानकारी रही कि अब अमेरिका हस्तक्षेप करेगा तो उसके हमले की संभावना घट जाएगी।