07/12/2012 मायावती ने बिगाड़ा मुलायम का खेल
नई दिल्ली।। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा में सरकार का साथ देने का ऐलान करके एक तीर से कई शिकार कर लिए हैं। एफडीआई पर जीत भले ही केंद्र सरकार की हो पर मायावती ने राजनीतिक मोर्चे पर बड़ी जीत हासिल की है। राज्यसभा में एफडीआई के समर्थन में वोट डालने की बात कहकर उन्होंने केंद्र सरकार को बड़ा सहारा दिया है। साथ ही एफडीआई को सीबीआई से जोड़ने वाली बीजेपी को भी उन्होंने करारा झटका दिया है। 10 साल पुरानी बात सार्वजनिक करके उन्होंने साबित कर दिया है कि कांग्रेस हो या बीजेपी, कोई कम नहीं है।
माया के आरोप से बीजेपी की बोलती बंद हो गई है। उन्होंने यह भी साबित किया कि उनकी अपनी राजनीतिक शैली है। उनके बारे में कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती। बीएसपी के हित के लिए वह कुछ भी कर सकती हैं। माया ने धुर विरोधी मुलायम सिंह को भी करारा झटका दिया है। उत्तर प्रदेश की सत्ता से माया को बेदखल करने वाले मुलायम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि लोकसभा चुनाव जल्दी हो जाएं। विधानसभा चुनावों में जो अप्रत्याशित बहुमत एसपी को मिला था वह लोकसभा में भी मिले। ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतकर वह दिल्ली में ताकत बढ़ाना चाहते हैं ताकि दिल्ली पर राज करने का सपना पूरा कर सकें। इसके लिए उन्होंने तैयारी भी कर ली है।
यह सभी जानते हैं कि विधानसभा चुनावों के समय जो माहौल एसपी के पक्ष में बना था, वह धीरे-धीरे कम हो रहा है। जो फायदा एसपी को अभी मिल सकता है वह 2014 में नहीं मिलेगा। माया भी यही चाहती हैं क्योंकि अगर अगले कुछ महीनों में लोकसभा चुनाव होते हैं तो मायावती को कोई खास फायदा नहीं होगा। लेकिन बाद में मुख्य मुकाबले में उन्हीं की पार्टी होगी। सरकार को स्पष्ट समर्थन देकर मायावती ने यह भी संदेश दे दिया है कि सरकार का आंकड़ा पूरा है और समय से पहले चुनाव की कोई संभावना नहीं है। यह भी साफ हो चुका है कि मुलायम केंद्र का साथ छोड़ दें तो भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा। माया का समर्थन उसके लिए काफी होगा।
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