23/11/2012 नवंबर में होगा दिसंबर की ठंड का अहसास
नोएडा मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। यदि अभी भी आप गुलाबी ठंड के अहसास को एंजॉय कर रहे हैं और स्वेटर आदि पहनने में ढिलाई कर रहे हैं तो अलर्ट हो जाएं। अगले तीन दिन में आसपास के प्रदेशों में बारिश होने के आसार हैं। ऐसे में मौसम तेजी से करवट लेगा और कड़ाके की सर्दी शुरू होने के आसार हैं। मौसम विभाग का इशारा है कि इस बार 25 नवंबर से ही मिड दिसंबर जैसी ठंड का अहसास हो सकता है। 24 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है। इसके चलते जम्मू, कश्मीर, हिमाचल, पंजाब आदि क्षेत्रों में बारिश होगी और दिल्ली एनसीआर में भी बूंदाबांदी व आसमान में बादल छाए रहने के आसार हैं। इन इलाकों में बारिश होते ही तापमान में कई डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। इसके चलते दिल्ली एनसीआर में भी इस बार समय से पहले ही कड़ाके की सर्दी के आसार बन रहे हैं।
दरअसल इस बार अन्य सालों के मुकाबले करीब 10-15 दिन पहले ही ठंड का अहसास होने लगा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि नवंबर की सर्दी इस बार रेकॉर्ड तोड़ेगी। 24 नवंबर से कुछ क्षेत्रों में बारिश होगी, जिसके चलते 25 से 30 नवंबर के बीच इस बार कड़ाके की सर्दी शुरू हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक रंजीत सिंह का कहना है कि इन दिनों न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है। बारिश के बाद करीब 4 डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिर सकता है। यानी न्यूनतम तापमान 5-6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। ठिठुरन तब और बढ़ जाती है जब दिन में धूप न निकले और हवा चले। इस बार मौसम का मिजाज देखते हुए ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि जब दिन में अभी से बेजान धूप निकल रही है तो संभवत: तेज सर्दी होने पर भी बेजान धूप के आसार ही ज्यादा हैं। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस रहा और न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस रहा। 5 दिन पहले के तापमान पर नजर डाली जाए तो 16 नवंबर को न्यूनतम तापमान 13.1 डिग्री सेल्सियस था। यानी 6 दिन में न्यूनतम तापमान में करीब 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले कुछ सालों के तापमान पर नजर डाली जाए तो 2004-05 की कड़ाके की सर्दी के बाद इस बार पारा रेकॉर्ड तोड़ नीचे जा सकता है। 2004 में नवंबर में न्यूनतम तापमान 12 नवंबर को ही 10.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था। इसी तरह 2005 में भी 19 नवंबर को ही न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। बच्चे और बुजुर्गों रखें खास ख्याल यह मीठी ठंड बच्चों और बुजुर्गों के लिए नुकसान दायक साबित हो सकती है। इसलिए 3 दिन बाद होने वाली कड़ाके की ठंड से बचने के लिए अभी से तैयारी कर लें। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ . एस . पी . शर्मा का कहना है कि इस शुरूआती मौसम में 3 साल तक के बच्चों को निमोनिया होने के ज्यादा चांस रहते हैं। ऐसे मौसम में बुजुर्गों को भी हेल्थ का खास ध्यान देने की जरूर त है।
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