10/11/2012 छठ को लेकर शुरू हो गई राजनीति
नई दिल्ली दिवाली के बाद पूर्वांचलवासियों के सबसे प्रमुख त्योहार छठ पर राजधानी में राजनीति शुरू हो गई है। दिल्ली सरकार छठ पूजा के लिए सभी घाटों की सफाई और इंतजाम के दावे कर रही है तो बीजेपी भी इसमें पीछे नहीं रहने वाली। कांग्रेस के भीतर भी पूर्वांचल के लोगों का समर्थन जुटाने के लिए गुटबाजी हो रही है।
हर साल की तरह छठ पर यमुना के घाटों की सफाई कराई जा रही है और हरियाणा सरकार से भी अतिरिक्त पानी छोड़ने को कहा गया है ताकि छठ पर लोग पवित्र स्नान कर सकें। सीएम के संसदीय सचिव मुकेश शर्मा ने इसकी आड़ में बाहरी दिल्ली से अपनी ही पार्टी के सांसद महाबल मिश्र पर ही निशाना साध लिया है। मुकेश शर्मा ने विश्व भोजपुरी सम्मेलन के कार्यवाहक अध्यक्ष अजित दूबे के साथ विपिन गार्डन एक्सटेंशन में एक सभा को संबोधित किया। इसमें मुकेश शर्मा का गुणगान किया गया। उल्लेखनीय है कि वेस्ट दिल्ली में द्वारका तथा आसपास के क्षेत्र में पूर्वांचल के प्रवासी बड़ी संख्या में रहते हैं और यहां से महाबल मिश्र को भारी समर्थन मिला था। मुकेश और महाबल को इस क्षेत्र की राजनीति में कट्टर प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। इस तरह छठ के बहाने यहां एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ लग गई है। दूसरी तरफ दिल्ली प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के अनुसार तीनों नगर निगमों ने छठ के मौके पर सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी 40 लाख पूर्वांचलवासियों की सुविधा का ध्यान रख रही है लेकिन दिल्ली सरकार छुट्टी की घोषणा नहीं करती। बीजेपी के एमएलए मनोज शौकीन ने भी दिल्ली सरकार से छुट्टी घोषित करने की मांग की है। पूर्वांचल जन चेतना समिति ने कहा है कि छठ अब सिर्फ दस दिन दूर है लेकिन यमुना के घाटों पर अभी भी गंदगी के अंबार लगे हुए हैं।
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