सीएम को लिखे इस लेटर में अहमद ने कहा है, 'अपॉइंटमेंट और पोस्टिंग करने के नियमों को अनदेखा किया जा रहा है। इसके लिए अलग ही तरीका अपनाया जा रहा है, जो कि सही नहीं है। हमारा विभाग पहले ही गोयल विवाद की वजह से भरोसा खो चुका है। ऐसे में मंत्री के ऐसे कदमों से सरकार की इमेज को नुकसान पहुंच रहा है।'
वहीं राजा राम पांडे ने रियाज अहमद की बातों को हंसी में टाल दिया। पांडे ने कहा, 'हाल के कुछ महीनों से राज्य मंत्री अहमद विभाग की बहुत सी मीटिंग्स से गायब रहे हैं। इसी वजह से वह चीजों को सही नजरिए से नहीं देख पा रहे। जो कुछ भी वह कह रहे है, वह उनकी खुद की समस्या है।'
मेल टुडे का यह भी कहना है कि इस मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश तो पांडे को मंत्री पद से हटाना भी चाहते थे, लेकिन समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने उन्हें रोक लिया। एक सीनियर मंत्री के मुताबिक अगर राजा राम पांडे ने अपने तौर-तरीकों में बदलाव नहीं किया, तो मुख्यमंत्री उनके खिलाफ सख्त कारर्वाई कर सकते हैं।